रत्न पहने और भाग्य बदले
रत्नों के सम्बन्ध मे वेदों मे अनेक ग्रन्थ लिखे गए है ,किन्तु आधुनिक काल मे ज्ञान के प्रति हम स्वार्थी हो गए है ! आज का युवा वर्ग बस कम ज्ञान अर्जित कर बड़ी सफलता चाहता है जो कभी भी स्थायी नहीं हो सकती । आज इसी संबंध मे हम जीवन मे रत्नों का सफल प्रयोग कर जीवन के हर क्षेत्र मे आगे बढ़ सकते है के बारे मे विस्तारपुर्वक चर्चा करेंगे ।
यहाँ आपको उदाहरन के रूप मे बुध ग्रह के रत्न पन्ना को दिखा गया है । इसी प्रकार विविध राशियो के अनुसार रत्नों के महत्त्व को बताया जा रहा है।
कौन पहने पन्ना ?
पन्ना रत्न बुध ग्रह का प्रतिनिधि है एवम किसी भी व्यक्ति की वाणी , बोद्धिक आधार और त्वचा को दर्शाता है ।चोकने वाला एक सच यह भी है की बुध हदय को भी अपने अन्दर समेटता है मैंने अपने शोध मई पाया है की दिल का दौरा जिन लोगो को पड़ा उन सबका बुध ख़राब था । प्राय : देखा गया है की हमारे विद्वान ज्योतिष किसी भी व्यक्ति की कुंडली मे बुध ग्रह के मारकेश होने पर भी पन्ना पहनने को कहते है जो फायदेमंद कम नुकसानदायक ज्यादा सिद्ध होता है । पन्ना धारण करने से पहले हमे बुध शुक्र और सूर्य के अंश जरुर देखने चाहिए । अब हम लगन के अनुसार पन्ना किसे माफिक होगा और किसे नहीं पे गौर करते है :-
(1) मेष लगन :- इस लगन के जातको के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है , जोकि अनिष्ठ कारी भाव है इसलिए हमें पन्ना धारण नहीं करना चाहिए तदापि अगर जातक की कुंडली मे सूर्य शुभ भाव मई है तौ जातक माणिक्य धारण कर बुध कवच का पाठ करे यही उत्तम है ।
(2) वृषभ लगन :- इस राशि के लिए बुध द्धितीय एवं पंचम भाव का स्वामी है जो की शांति,यश, मान और विद्या संतान का स्वामी है अत : हम यहाँ पन्ना पहन सकते है साथ ही महिलाओ के लिए जो गर्भस्त है को पन्ना जरुर पहनना चाहिए ।
शेष कल ..................................
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