Monday, April 13, 2020

KOVID19 And India

*भारतवर्ष की कुंडली और कोरोना का प्रभाव*
श्री गुरुदेवदत्त।

मित्रों हमारे देश की जन्म कुंडली वृषभ लग्न की  है और लग्न में राहु है , दूसरे भाव में मंगल ग्रह स्थिति है, तृतीय भाव में सूर्य, बुध, चन्द्रमा, शुक्र, शनि ग्रह स्थिति है, सप्तम भाव में बृहस्पति ग्रह है ।
देश की कुंडली में चन्द्रमा की महादशा चल रही है जिसमें 15 जुलाई 2018 से 15 नवंबर 2019 तक बृहस्पति का काल चला जो देश एवं देश वासियों के लिए बेहद शुभ समय रहा है या यूं कहें कि गोल्डन पीरियड रहा है । इस दौरान देश की ख्याति पूरे विश्व में बड़ी एवं श्रीराम मंदिर जैसा बहुप्रतीक्षित सर्वोच्च न्यायालय का फैसला भी आया था ।
लेकिन जैसे ही 15 नवंबर 2019 को चन्द्रमा में शनि का अंतर शुरू हुआ । देश में दुर्घटनाओं एवं राजनीतिक षडयंत्र, अग्नि काण्ड और अब ये कोरोना महामारी के संकट ने देश को घेर लिया है । यह शनि का पीरियड 15 जून 2021 तक चलेगा । यह समय देश एवं देशवासियों के लिए घातक सिद्ध होगा।
वर्तमान में शनि के अंतर में 6 मई 2020 तक बुध चलेगा तत्पश्चात केतु 9 जून 2020 तक चलेगा । उसके बाद शुक्र का पीरियड आएगा तब कोरोना महामारी आदि संकट से राहत मिलेगी ।

अब हम वर्तमान ग्रह गोचर स्थिति देखें तो भारत की कुंडली में ग्रह इस प्रकार गोचर कर रहे है । 14 मार्च 2020 सूर्य देश की कुंडली के अष्टम भाव में चल रहा है , चन्द्रमा पंचम भाव , 22 मार्च 2020 मंगल , 24 जनवरी 2020 शनि , 30 मार्च 2020 बृहस्पति मकर राशि यानी भारत के भाग्य भाव नवम स्थिति हो कर देश की जन्म कुंडली के तृतीय भाव स्थिति सूर्य , चंद , बुध , शुक्र , शनि को पूर्ण सप्तम दृष्टि से देख रहे है । राहु देश कुंडली के द्वितीय भाव / कुटुम्ब भाव में चल रहा है , केतु आयु भाव / मृत्यु भाव में चल रहा है , 28 मार्च2020 से शुक्र देश के लग्न भाव में चल रहा है । बुध 7 अप्रैल को अपनी नीच मीन राशि में आ गया है ।
अब इस ग्रह गोचर को देखे तो 22 मार्च को मंगल के मकर राशि में आने के बाद कोरोना धीमी गति से देश में फैल रहा था लेकिन जैसे ही बृहस्पति अपनी नीच राशि मकर राशि में 30 मार्च को आया तो देश के गुप्त शत्रु जमातियों को उसने बेनकाब कर दिया है । बृहस्पति देश की कुंडली आयेश एवं अष्टमेश है तो इसलिए अचानक जमातियों एवं जानबूझकर लोक डाउन का उल्लंघन करने के कारण पूरे देश कोरोना विकराल रूप से फैल गया है , साथ ही बृहस्पति ने देश को विश्व बैंक से 100 करोड़ डॉलर की विदेशी मदद भी दिलाई है । शनि , राहु , केतु एवं मंगल रोग को पूरे देश में फैला रहे है ।
अभी हमारे देश के प्रधानमंत्री आदरणीय श्री मोदी जी ने 5 अप्रैल को 9 बजे से 9 मिनट तक अपने घर की लाइट बन्द कर ( इलेक्ट्रिक लाईट के जलाने से राहु का प्रभाव बढता है ) दीपक , मोमबत्ती आदि जलाने का आवाहन किया था ,जिससे सूर्य , मंगल , चन्द्र , बृहस्पति , बुध, शुक्र ग्रह मजबूत हो और राहु , केतु , शनि के कुप्रभाव को रोक कर इस कोरोना रूपी महामारी के प्रसार पर रोक लगे और देश वासियों का साहस एवं मनोबल बढ़ें ।
*इस प्रकार ज्योतिषीय आधार पर भारत को पूर्ण राहत 10 जून 2020 के बाद ही मिलेगी जबकि 10 मई,2020 से इसका प्रभाव कम होने लगेगा।
*ॐ साईंराम*
*डॉ संजय गील*
*Sai Astrology Research Centre,Chittorgarh*
*( A Unit of Sai Astrovision Society, Chittorgarh)*
http://sanjaygeelastrology.com

Saturday, March 21, 2020

Remedial Mantra for Korona Virus

*सर्वरोग निवारण मंत्र*
श्री गुरुदेवदत्त।
मित्रों प्राचीन काल से भारतीय ऋषियों ने किसी भी रोग या असाध्य बीमारी के निदान हेतु यंत्र,मन्त्र और तंत्र का विधान किया है। कोई भी मनुष्य जीवन मे शारिरिक कष्ट स्वयं के प्रारब्ध के आधार पर ही वर्तमान जीवन में पाता है।
व्यक्ति के प्रारब्ध के कर्मो के आधार पर रोग और कष्टों का आना तो अनिवार्य ही है, किंतु अपने गुरु, ईष्ट और निर्धारित मन्त्रो के द्वारा इन्हें कम अवश्य ही किया जा सकता है।
आज यहाँ इसी सम्बन्ध में शरीर की सभी विषाणुओं से रक्षा और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने हेतु सिद्ध मन्त्र प्रस्तुत है-
*अच्युतानन्त गोविन्द,नामोच्चारण भेषजात |*
*नश्यन्ति सकलाः रोगाः,सत्यं सत्यं वदाम्यहम् ||*
*नोट-इस मंत्र को अपने इष्टदेव और गुरु का स्मरण करते हुए गुप्त नवरात्र या नवरात्र को गाय के घृत और गूगल की धूप लगाकर रुद्राक्ष की माला से जाग्रत करें और देखे इसका कमाल।
*ॐ साईंराम।*
सादर।
आपका
*डॉ. संजय गील*
*Sai Astrovision Society*
*Chittorgarh*
http://sanjaygeelastrology.com

Thursday, March 19, 2020

Korona Virus and Astrological Solution

*कुण्डलिनी जागरण और ग्रहों की साधना से आप बढ़ा सकते है कोरोना वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता।*
श्री गुरुदेवदत्त।
मित्रों जीवन मे पहला सुख निरोगी काया को ही माना गया है। वर्तमान में कोरोना वायरस से फैल रही महामारी ने सम्पूर्ण विश्व को असुरक्षित महसूस करा दिया। विश्व की दूसरी महाशक्ति चीन से प्रसारित कोरोना ने सभी की कलाई को खोल कर रख दिया।
ज्योतिषीय आधार पर देखा जाए तो चीन प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी से नववर्ष का आगाज़ करता है और हर वर्ष किसी एक जीव को अपना प्रतीक मानते हुए वर्षपर्यन्त उसको सम्पूर्ण राष्ट्र में अव्वल दर्जा देकर प्रचारित करता है। इस नए वर्ष में चीन का प्रतिनिधि चूहा है, मगर इसी चुए ने चीन की बढ़ती आर्थिक शक्ति को ही कुतर दिया है।
शायद यही कारण है कि भारत के प्राचीन मनीषियों, वेदों, आध्यात्मिक गुरुओं ने प्रकृति ,देव, ज्योतिष, जीवन दर्शन को सर्वोपरि मानते हुए हम सभी को प्रकृति के साथ खिलवाड़ न करने के लिए प्रेरित किया।
वर्तमान में भारतीय धरा पर भी कोरोना वायरस अपना कुप्रभाव दिखाने लगा है, जिसे हम अपने दैनिक दिनचर्या में महसूस भी कर रहे है। *भारत मे इसका प्रभाव और बढ़ेगा क्योंकि शनि स्वराशि है, वही 24 मार्च से इसी मकर राशि मे मंगल उच्च के होकर विराजित होंगें । मंगल रक्त के कारक होकर शनि के परम शत्रु है अतः इन्फेक्शन का होना लाजमी है। इन सब पर करेला वो भी नीम चढ़ा कहावत तब साबित होगी जब देवगुरु बृहस्पति वक्री होकर नीच प्रभाव देंगे।*
आज यहाँ बताया जा रहा है कि कैसे हम भारतीय आध्यात्मिक शक्ति, कुण्डलिनी और ग्रहों के उपाय कर शरीर की रोगों या वायरस से लड़ने की क्षमता को बढ़ा सकते है-
1- नारियल के तेल में कर्पूर मिलाकर पूजा घर मे दीपक करे और उसके समक्ष पद्मासन  धारण कर ॐ का कम से कम 21 बार और अधिकतम 108 बार जाप करें।
2- कुंडली का अवलोकन कर छठे आठवे और लग्नेश से सम्बंधित ग्रहों के कवच पाठ करें।
3-नहाते समय पानी मे गो मूत्र अर्क, काल सुरमा और गंगा जल का उपयोग करें।
4- नाभि ओर सरसो का तेल या केसर लगावें।
5-मांसाहार और मधपान बिल्कुल बंद कर दे।
6- सूर्य को नमस्कार करे अर्ध्य नही दे।
7- गौ मूत्र अर्क का सेवन करें।
*विशेष- जिन व्यक्तियों को ॐ साधना का अभ्यास नही है वे 21 से अधिक जाप नही करे, क्योकि इसमें चक्रों के असन्तुलित होने का अंदेशा ज्यादा हो जाता है, वे सीधे आज्ञा चक्र पर ध्यान लगाकर ॐ का जाप करें।*
*ॐ साईंराम*
सादर।
सदैव आपका
*डॉ संजय गील*
*Sai Astrovision Society, Chittorgarh*
http://sanjaygeelastrology.com

Friday, January 3, 2020

2020 And Astrological Prediction

श्री गुरुदेवदत्त।
मित्रों आंग्ल नववर्ष 2020 में वर्ष पर्यंत आपको ग्रह कैसा प्रभाव देंगे इस हेतु चन्द्र राशि के आधार पर प्रतिदिवस आपको आकलन प्रस्तुत करने का विनम्र प्रयास किया जा रहा है।
इस हेतु आपको अपनी जन्म राशि को जानना अनिवार्य है जो कि इस प्रकार है-
आपकी राशि
मेष राशि – चू , चे, चो, ला, ली, लू , ले, लो, अ
वृषभ राशि – ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू , वे, वो
मिथुन राशि – का, की, कू , घ, ड़, छ, के, को, हा
कर्क राशि- ही, हू , हे, हो, डा, डी, डू , डे, डो
सिंह राशि –  मा, मी, मू , मे, मो, टा, टी, टू , टे
कन्या राशि – टो, पा, पी, पू , ष, ण, ठ, पे, पो
तुला राशि – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू , ते
वृश्चिक राशि – तो, ना, नी, नू , ने, नो, या, यी, यू
धनु राशि – ये, यो, भा, भी, भू , धा, फा, ड़ा, भे
मकर राशि –  भो, जा, जी, खी, खू , खे, खो, गा, गी
कुंभ राशि –  गू , गे, गो, सा, सी, सू , से, सो, दा
मीन राशि –  दी, दू , थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची
नोट-जिन्हें अपनी राशि नही पता वो स्वयं की जन्म पत्रिका का अवलोकन करें और जिस स्थान पर चन्द्र अंकित हो उस अंक को अपनी राशि माने।
उदाहरण- किसी कुंडली मे माना चन्द्र 5 अंक के साथ है तो सिंह राशि , अगर चन्द्र 9 अंक के साथ है तो धनु राशि होगी।
सादर।
ॐ साईंराम।
डॉ संजय गील
Sai Astrovision Society, Chittorgarh
www.sanjaygeelastrology.com
9829747053