*सर्वरोग निवारण मंत्र*
श्री गुरुदेवदत्त।
मित्रों प्राचीन काल से भारतीय ऋषियों ने किसी भी रोग या असाध्य बीमारी के निदान हेतु यंत्र,मन्त्र और तंत्र का विधान किया है। कोई भी मनुष्य जीवन मे शारिरिक कष्ट स्वयं के प्रारब्ध के आधार पर ही वर्तमान जीवन में पाता है।
व्यक्ति के प्रारब्ध के कर्मो के आधार पर रोग और कष्टों का आना तो अनिवार्य ही है, किंतु अपने गुरु, ईष्ट और निर्धारित मन्त्रो के द्वारा इन्हें कम अवश्य ही किया जा सकता है।
आज यहाँ इसी सम्बन्ध में शरीर की सभी विषाणुओं से रक्षा और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने हेतु सिद्ध मन्त्र प्रस्तुत है-
*अच्युतानन्त गोविन्द,नामोच्चारण भेषजात |*
*नश्यन्ति सकलाः रोगाः,सत्यं सत्यं वदाम्यहम् ||*
*नोट-इस मंत्र को अपने इष्टदेव और गुरु का स्मरण करते हुए गुप्त नवरात्र या नवरात्र को गाय के घृत और गूगल की धूप लगाकर रुद्राक्ष की माला से जाग्रत करें और देखे इसका कमाल।
*ॐ साईंराम।*
सादर।
आपका
*डॉ. संजय गील*
*Sai Astrovision Society*
*Chittorgarh*
http://sanjaygeelastrology.com
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