Sunday, April 21, 2024

श्री हनुमान जयंती 2024

 श्री हनुमान जयंती 2024

चित्रा नक्षत्र में हनुमान उपासना से मिलेगी अंगारक दोष से मुक्ति

कलयुग में रुद्रावतार श्री हनुमान जी  को संकटमोचन कहा जाता है। कलयुग में जागृत देवताओ में से एक हनुमान जी की पूजा करने से आप हर प्रकार के संकट और बाधाओं से मुक्त हो जाते हैं और भक्तों को हनुमान जी हर भय, पीड़ा से मुक्त रखते हैं। इसी संबंध में शिव अवतार हनुमान जी की स्तुति का दिन का प्रमुख दिवस अर्थात  हनुमान जन्मोत्सव इस वर्ष मंगलवार,23 अप्रैल 2024 को मनाया जाएगा। मान्यताओं के अनुसार हनुमान जयंती पर हनुमान जी की पूजा करने का विशेष महत्व है ,क्योंकि इस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। इस दिन व्रत करने के अलावा बूंदी, हलवा, लड्डू जैसी मीठी चीजों का भोग लगाने से हनुमान की कृपा हमेशा अपने भक्तों पर बनी रहती है।

शुभ मुहूर्त

हिन्दू पंचांग के आधार पर ज्योतिर्विद डॉ. संजय गील ने बताया कि  चैत्र पूर्णिमा  तिथि 23 अप्रैल 2024 को प्रातः 3:25 बजे से शुरू प्रारंभ होकर 24 अप्रैल 2024 को प्रातः 5:18 बजे समाप्त होगी अतः हनुमान जयंती मंगलवार 23 अप्रैल को ही है। ऐसे में भक्तगण प्रातः 3:25 से लेकर अगले दिवस की प्रातः 5:18 बजे तक के बीच हनुमान जी के निम्मित पूजा अनुष्ठान कर सकते हैं। इस समयकाल में पूरे दिन शुभ मुहूर्त रहेगा।

इस संयोग में मिलेगी अंगारक दोष से मुक्ति

इस वर्ष हनुमान जयंती का महत्व इसलिये भी ज्यादा बढ़ गया है, क्योंकि हनुमान जयंती मंगलवार के दिन है। मान्यता है कि जब भी हनुमान जयंती मंगलवार या शनिवार के दिन हो तो भक्तो को विशेष कृपा प्राप्त होती है।ज्योतिर्विद डॉ. संजय गील ने बताया कि  इस दिन चित्रा नक्षत्र भी है, जिसके स्वामी स्वयं  मंगल है। इसी प्रकार हनुमान जयंती पर एक और संयोग बन रहा है कि इस दिन मंगल मीन राशि में गोचर कर रहे हैं जो कि राहु के साथ युति कर अंगारक योग का निर्माण करेगा।ऐसे में अगर इस हनुमान जयंती पर विशेष अनुष्ठान किये जायें तो जातको को कुंडली और बनने जा रहे अंगारक दोष से मुक्ति मिल सकती है।

ऐसे करे हनुमानजी को प्रसन्न

हनुमान जयंती पर आप सुबह जल्दी उठकर हनुमान जी को प्रणाम करके उनका पांच बार नाम लेकर नमन करें। इसके बाद स्नान आदि करके शुद्ध वस्त्र धारण करें और हनुमान जी के प्रतिमा के सामने बैठकर सर्वप्रथम हाथ में जल लेकर 'ॐ केशवाय नम:, ॐ नाराणाय नम:, ॐ माधवाय नम:, ॐ हृषीकेशाय नम: मंत्र का उच्चारण करें। इसके बाद सूर्यदेव  को नमन कर जल अर्पित करें। 

हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें बूंदी, लड्डू का प्रसाद जरूर चढ़ाएं। साथ ही हनुमान जयंती पर उन्हें केसरिया रंग का सिंदूर जरूर चढ़ाएं।

इस दिन राम स्तुति,हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, बजरंग बाण का पाठ करने हनुमान जी की कृपा हमेशा अपने भक्तों पर बरसती रहती है।

मान्यता है कि हनुमान जी का दिल बहुत ही उदार हैं, इसलिए इनके भक्तो को भी हमेशा लोगों के लिए उदारता दिखानी चाहिए और गरीब और जरुरतमंदों की मदद करनी चाहिए। खासतौर पर आपको हनुमान जयंती पर गरीबों में अन्न जरूर बांटना चाहिए।

Dr. Sanjay Geel

President

Sai Astrovision Society, Chittorgarh

9829757053,7425999259

www.sanjaygeelastrology.com

1 comment:

  1. सारगर्भित जानकारी।

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