परीक्षा में सफलता के लिए कुछ खास उपाय
श्री गुरुदेवदत्त ।।
सभी को सांध्यकालीन प्रणाम ।
वर्तमान में लगभग सभी परिवारो में कोई न कोई सदस्य परीक्षा के दौर से गुजर रहा है। जी हां हम यहाँ जीवन की परीक्षा की बात नहीं कर रहे क्योकि वो तो हर पल हर घडी होती है।
यहाँ हम बात कर रहे है औपचारिक इम्तिहान की जो हम बोर्ड या विश्वविद्यालय द्वारा देते है।
यहाँ प्रस्तुत है केवल अकादमिक परीक्षाओ में सफलता प्राप्त करने के उपाय।
प्रतियोगी परीक्षाओ हेतु पहले हमे कुंडली के दसवे भाव का विचार करना होगा । उपाय इस प्रकार है-
अध्धयन कक्ष में कभी भी कोई कॉपी किताबें पेन पेंसिल को खुला न रखें ।
अध्धयन कक्ष में कॉपी किताबों को हमेशा उनकी नियत स्थान , बैग या अलमारी में ही सलीके से रखें यह जरुर ध्यान रखें की मेज, कुर्सी टूटी न हो , कापी, किताबें फटी न हो उन सभी पर जरा भी धूल मिटटी न रहे लगातार वहां पर साफ सफाई होती रहे ।
अध्ययन की मेज पर खाना नहीं खाना चाहिए , खाना खाते समय टेबिल पर कॉपी किताबें बंद करके खाना खाने के लिए बनाये गए स्थान पर ही खाना चाहिए ।
हमेशा पढाई प्रारंभ करते समय अपने इष्ट देव का ध्यान करते हुए कॉपी किताबों को अपने मस्तक से लगाकर शुरू करें , यही प्रक्रिया पढाई को समाप्त करते समय भी दोहराएँ ।
अध्ययन का सर्वोतम समय ब्रह्म मुहूर्त अर्थात सुबह के 4 बजे का माना गया है उस काल में पढाई करते समय हमें कई गुना ज्यादा और तेजी से अपना पाठ याद होता है छात्रों को सुबह सवेरे पढ़ाई की आदत अवश्य ही डालनी चाहिए ।
अध्ययन के समय छात्र का मुंह सदैव ईशान कोण ( उत्तर पूर्व ) की तरफ ही होना चाहिए इसलिए उसकी मेज इस तरह से हो की उसका मुंह ईशान कोण की तरफ ही रहे ।
विधार्थी को घर पर पड़ते समय जूते - मोज़े नहीं पहनने चाहिए ।
इमली के ताजे पत्ते ब्रहस्पति वार को अपनी किताबों में रखने से भी विधार्थी की बुद्धि त्रीव होती है ।
अष्ट सरस्वती यंत्र को गले में धारण करवाने से भी विधार्थी की बुद्धि का विकास होता है ।
मोर का पंख अपने पास रखने से विधार्थी का अपने स्कूल कालेज में सम्मान बढ़ता है ।
ॐ साईंराम ।।
सदैव आपका
डॉ संजय गील
श्री साईं ज्योतिष अनुसंधान केंद्र चितोडगढ़
09829747053
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